अति प्रभाबकारी लोगों की 7 आदतें 7 Habits of Highly
Effective People Summary Hindi
Stephen R Covey की पुस्तक 7
Habits of Highly Effective People 1989 में
publish हुयी थी । पर ये आज भी दुनीया के best self help book में से एक है । आज भी इसकी बताई गयी बातें बहोत
effective है । इसमें 7 आदतें बताई गयी हें जो एक प्रभावकारी व्यक्ति बनने के लिए जरुरी है ।
हमदुनिया को पूरी तरह अपनि
perception से देखतें हैं । किसी भी स्थिति को बदलने से पहले खुद को बदलना होगा और खुदको बदलने के लिए खुदकी perception को बदलनी होगी ।
“If you are keep doing what you
have being doing. You are gonna keep getting what you have been getting”
अगर आप वही करते रहोगे जो आप कर रहे थे । तो आपको वही मिलेगा जो आपको मिलता रहा है ।
आपको अपने हालात बदलने के लिए , अपनी
life बदलने के लिए आपको अपने आपको बदलना पड़ेगा और ये काम अपने आदतों को बदल कर होगा । 7 Habits of Highly Effective People में ऑथर ऐसे 7 आदतों के बारे में बतातें हैं जो एक प्रभावशाली इंसान में होतें हैं । जिसे आप इस
summary में जानेगें ।
1. पहला Habit: Proactive बने
दुनीया में 2 तरह के लोग होतें हैं: reactive और proactive । reactive लोग हमेसा किसी भी बात के लिए दूसरों को blame करते हें । अपने सारे हालत के लिए परिवार, सरकार और कुछ नहीं तो किस्मत को दोष देते हैं । वो सोचते हैं वो कुछ नहीं कर सकते । उनके हाथ में कुछ नहीं है ।
दूसरी तरफ जो proactive लोग होते हैं वो किसी को दोष देने के वजाए , जो हो गया उसके आगे क्या किया जा सकता है उसपे ध्यान देते हैं । वो जिम्मेदारी अपने ऊपर लेते हैं ।
हम इंसानों में ये गुण होता है की हम किसी भी स्तिथि को किस नज़रिए से देखें । कैसे उस पर react करें ? खुश होना या दुखी होना,परेशान होना या अवसर तलाशना, डर जाना या साहस को चुनना । ये सब हमारे choice पर ही निर्भर करता है।अतिप्रभावकारी लोगों की ये पहली आदत होती हैं कि वे अपने जीवन के जिम्मेदारी स्वयं लेते हैं। स्वयं ही निर्णय लेते हैं और परिणामों को स्वीकार करते हैं । जिससे वे सफल होते हैं या उनसे अनुभवों को सीखते हैं।
2. Begin With End In The Mind
(अंत को ध्यान में रख कर सुरुआत करें)
जब हम कोई घर बनाने का सोचतें हैं, पहले उसका नक्सा तय्यार करतें हैं । एक plan तय्यार करतें हैं । उसी तरह हम लोगों के कैसे याद रहेंगे, वैसा blueprint बनाना चाहिए । मतलब जब हम इस दुनीया में नहीं होंगे तब लोग हमे कैसे याद करेंगे । क्या आप अपने बारे में सुनना पसंद करेंगें । और क्या आप वैसे इंसान हो अभी । अगर नहीं तो फिर उस तरह बने ।
कोई भी चीज दो बार बनती है । एक हमारे imagination में और दूसरा real में । तो imagine करें आप किस तरह के इंसान हैं । और फिर उस तरह का बने ।
3.Put First Thing First (प्राथमिकता निर्धारित करें)
हमारे पास कई सारे काम होते हैं । उसमें से कुछ बहोत जरुरी होतें हैं और कुछ गैर–जरुरी । पर हमे अपना time का सही इस्तेमाल नहीं कर पाते की कोनसा काम किस समय करना है । इसीलिए time निकल जाने से हम दुखी भी होतें हैं । ऑथर कहेते हैं की हमे अपने कामो को 4 quadrant में तोड़ना चाहिए ।
§ Urgent important (काम जिन्हें एक deadline के अंदर ख़तम करना । नहीं बुरे अन्जाम भुगतने पड़ेंगें ) जैसे कल exam है तो आज अच्छे से पढना । project को सही time में live करना ।
§ Not Urgent but important (वो काम जिसका fixed deadline नहीं है पर उसे ना करने से भी कुछ बुरा हो सकता है ) और इसमें वो सारे अच्छे काम है जो हमारे जीवन को बेहतर बनती है । जैसे की exercise , healthy diet,सही नींद, family time.
§ urgent not important ( ये वो काम है जो meaningless है और हमारे जीवन में कोई value नहीं देता । )जैसे कोई नयी movie देखना ।
§ not urgent not important (ये काम जो पूरी तरह से time waster है ) जैसे game खेलना,
social media पे घंटो time बिताना ।
highly effective
लोग पहले और दुसरें quadrant के कामो को पूरा करते हैं । 3rd और 4th quadrant से वो दूर ही रहते हैं । इसीलिए हमे अपने कामों को priorities करके उसे पुरा करने की कोशिस करनी चाहिए । जिससे फिर time का effective इस्तेमाल भी होगा ।
4.Think Win-Win (सबकी जीत की मनसा रखना)
Effective लोग हमेसा win-win mentally से काम करते हैं । वो अपनी जरुरत और दूसरों की जरुरत को ऐसे जोड़ते हैं, जिससे दोनों को लगता है की फायदा उन्हें ही हुआ है । कोई भी sport में ऐसा होता है की एक टीम जीतती है और दूसरी हारती है । पर life के खेल में ऐसा नहीं होता है । हमें जीतने के लिए जरुरी नहीं कि किसी को हारना पड़े।दुनिया में सभी के लिए सब कुछ sufficient है।
Win-win
situation ही एक सही relation बना सकती है । पहले समझना होगा की सामने वाला क्या चाहता है । और अपनी requirement क्या है । फिर इन दोनों में ताल मेल बना कर काम करना होगा । ऐसी सोच के साथ अतिप्रभावकारी लोग सबकी जीत के बारे में सोचते हैं और इस आदत के साथ ही आपसी संबंधों को मजबूत बनाने पर जोर देते हैं।
5. Seek First To Understand
Then To Be Understood
(पहले समझना फिर समझाना)
हमे सिर्फ दुसरो को reply देने के लिए बातें नहीं सुनना चाहिए । बलकी वो कैसा feel कर रहा है उसकी जगह रख कर सुनना चाहिए । जिससे हम एक trust worthy रिलेशन बना पायेंगें ।
अतिप्रभावकारी लोग वहीं दूसरे की बात सिर्फ सुनते ही नहीं हैं । बलकी उसे कैसा महसूस हो रहा है, उसका नज़रिए क्या है वो समझने की कोशिस करते हैं । जब दूसरे को समझ लेते हैं फ़िर कुछ समझाने की तरफ बढ़ते हैं।
6. Synergize (ताल मेल बनाना)
Synergize एक ग्रीक शब्द है जिसका मतलब है working together । हमारे जितने भी चीजें हैं सब इसी principle से काम करते हैं । जितने भी machine है उसमे सभी parts मिलकर ऐसे काम करते हैं जिससे फिर effective और error less result मिलता
है ।
इस धरती की खूबसूरती ये है कि हर कोई एक दूसरे से अलग है। पर प्रकृति की बीभीन्ता में भी हर चीज आपसी तालमेल से काम करती है। जैसे की हमारे शरीर के अलग–अलग अंग, जो सब तालमेल से काम करते हैं।
अतिप्रभावकारी लोगों की यह दूसरे लोगों से आपसी तालमेल बनाने की आदत होती है। सारे कामों का भोझ खुद पर ना रख कर लोगों में सही से बाट कर मिलकर काम करने से ही अच्छे result मिलतें हैं ।
7. Sarpen The Saw (खुदको विकशित करना)
जब कुल्हाड़ी में तेज धार हो तो उससे लड़की काटना आसान हो जाता है । उसी तरह हमे भी अपने skills को upgrade करता रहना चाहिए । और एक बार सिखने की process नहीं है । पर ये तो लगातार endless सिखने की journey है ।
अतिप्रभावकारी लोग अपने जीवन के 4 पहलुओं पर लगातार काम करते रहते हैं–
1.
Physical शारीरिक
2.
Mental मानसिक
3.
Social सामाजिक
4.
Spiritual आध्यात्मिक
शारीरिक क्षेत्र के लिए– स्वास्त का ध्यान रखना । जैसे की exercise करना, healthy diet खाना।
मानसिक क्षेत्र के लिए– अच्छी किताबे पढ़ना । कहा भी जाता है “leaders are readers!” । भविष्य के लिए सही planning करना । एक सही vision बनाना ।
सामाजिक क्षेत्र के लिए– आपसी भाईचारा रखना । दूसरों के प्रति सेवा भाव रखना । दूसरों के साथ तालमेल स्थापित करना।
आध्यात्मिक क्षेत्र के लिए–अपने जीवन मूल्यों को स्पष्ट करना।दया,करुणा,ममता जैसे जीवन मूल्यों के लिए काम करना ।
खुदके लिए समय निकाल कर इन 4 क्षेत्रों में काम करते रहन चाहिए ।लगातार आगे सीखते रहना है अपने कौशल को धार देनी है । और यही अतिप्रभावकारी लोग लगातार करते रहते हैं।
Conclusion (सारंस)
हमारे दिन भर के काम में से 90% आदतों से चलती है । अगर हम उन्ही आदतों को इन 7 आदतों से replace कर दें । तो हम भी अति प्रभावकारी व्यक्ति बन सकते हैं ।
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